1986 ईस्वी से कविता एवं साहित्य की विविध विधाओं में अनवरत सृजन!
जन्म: 31 अगस्त, 1973 ई.,पटना (बिहार)
पिता: प्रोफेसर श्यामनंदन शास्त्री
संस्कृत, हिन्दी,मगही के मूर्धन्य विद्वान और 50 से अधिक पुस्तकों के रचयिता
माता :श्रीमती हेना रानी
शिक्षा : एम. ए.-हिंदी:सिल्वर मेडलिस्ट,एम एड (:पटना विश्वविद्यालय) एम. एड. , स्लेट(SLET) : मध्य
प्रदेश, NET, पीएच. डी.
16 वर्ष की उम्र से ही कविता लेखन!और आकाशवाणी, पटना से उनका प्रसारण!!
अब तक 1000 से अधिक कविताओं की रचना !!
शोध पत्र-- निराला की महाकाव्यात्मक रचनाएँ,
शोध -आलेख:
महाकाव्यात्मक गरिमा से अनुप्राणित निराला की तोड़ती पत्थर
पूर्वोत्तर में राष्ट्रभाषा प्रसार: किए गए प्रयास एवं संभावनाएं
विगत 24 वर्षों से अध्यापन कार्य, लोकप्रिय एवं स्नेह वत्सल अध्यापिका।
संरक्षक सदस्य: हिंदी साहित्य सम्मेलन- कदमकुंआ (बिहार); उपाध्यक्ष: हिंदी साहित्य सम्मेलन,सीतामढ़ी;
सदस्य-"हिंदी की गूॅंज" : अंतरराष्ट्रीय पत्रिका एवं विश्व हिंदी परिषद्
17 वर्ष की उम्र से ही अब तक विभिन्न प्रदेशों के सैंकड़ों राष्ट्रीय स्तर के कवि - सम्मेलनों में किया
काव्य पाठ और ऑनलाइन एकल काव्य - प्रस्तुतियांँ दीं!!
सम्मान :
"मीराश्री" सम्मान एवं "नेशन बिल्डर अवार्ड-2022" से सम्मानित
"साहित्य शक्ति सम्मान " "अनामिका साहित्य सम्मान-2023", "पर्यावरण संरक्षक सम्मान" एवं "नारी रत्न
सम्मान 2022 एवं 2023" से सम्मानित
"डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक सम्मान :2021" एवं"आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान" तथा "कोशी
साहित्य शौर्य स्वर्ण सम्मान-2022" ,"साहित्य रश्मि" सम्मान, हिंदी कल्चरल सेंटर टोक्यो द्वारा "जापान
हिंदी सेवी सम्मान-2023" बिहार -हिंदी -साहित्य -सम्मेलन से "हिंदी रत्न सम्मान-2024" से सम्मानित!
प्रकाशित रचनाएँ :
एकल संकलन :
दर्पण के सामने" (हिन्दी)
नवजात दिनकर भरे किलकार (भोजपुरी )
साझा संकलन :
1. हम और तुम 2. एक सफ़र 3. मेरी मिट्टी, 4. काव्य वाटिका(दो भाग में ) 5. काव्य कस्तूरी 6. पूर्वोत्तर
की भाषा-संपदा( गद्य). 7.लाॅकडाउन: एक अनुभव,8.साहित्यानुराग,9.जब-जब आतीं हैं आपदाएं,10. महकते
अल्फाज़,11.अंतर्मन की आवाज,12.धरा से गगन तक-२,13. प्रीत की डोर
एक दर्जन ई साझा संकलन!
पत्र -
पत्रिकाओं में सैंकड़ों कविताएँ, मुक्तक, क्षणिकाएंँ , दोहे, घनाक्षरी कवित्त एवं दर्जनों आलेख,
समीक्षा, संस्मरण, लघुकथा, एकांकी, कहानी प्रकाशित!
प्रकाशनाधीन :
कविताओं का तीसरा एवं चौथा संकलन!
निबंधों का एक संकलन!
दो साझा संकलन।
Ram Sewak Singh Mahila College, Sitamarhi.
Education prepares a person to meet
new challenges, scale fresh heights and lead a successful life. We, therefore, at Ram
Sewak Singh Mahila College, Sitamarhi, would like to encourage all students to strive
for the best and achieve excellence by way of inclusiveness, integrity, innovation and
creativity...